एक पॉपुलर मैगजीन में कंगना रनोट बहन रंगोली के साथ नजर आ रही हैं। वैसे , कंगना को हम कई मैगजीन कवर पर देख चुके हैं , ल...

एसिड अटैक के बाद 57 बार हुई थी कंगना की बहन की सर्जरी, बयां किया दर्द

18:04 Unknown 0 Comments

एक पॉपुलर मैगजीन में कंगना रनोट बहन रंगोली के साथ नजर रही हैं। वैसे, कंगना को हम कई मैगजीन कवर पर देख चुके हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें मैनेज करने वाली रंगोली रनोट उनके साथ स्टाइलिश लुक में दिख रही हैं। बता दें, 2006 में रंगोली पर एसिड अटैक हुआ था, इस हादसे के दर्द और ऑपरेशन के दौरान हुई 57 सर्जरी के बारे में उन्होंने हालिया इंटरव्यू पर खुलासा किया। 3 महीनों तक नहीं देखा था आईना...


इंटरव्यू के दौरान रंगोली ने बताया, "एसिड अटैक से पीड़ित व्यक्ति का अगर समय पर इलाज किया गया तो स्किन इफेक्ट होकर शरीर के अन्य अंगों को हानि पहुंचाता है। इसलिए समय रहते मेडिकल ट्रीटमेंट देकर इन्फेक्शन को रोका जा सकता है। नहीं तो यह एसिड पीड़ित के ऑर्गन को नुकसान पहुंचा देता है। मेरी एक आंख की 90% रोशनी चली गई है। मेरा एक ब्रेस्ट खराब हो चुका है और यह सब तब हुआ जब मुझे देश में उपलब्ध सबसे बेहतर इलाज मिला। एसिड अटैक कोई रेग्युलर एक्सिडेंट नहीं है। जब मेरे साथ ऐसी घटना हुई तो मुझे सांस लेने में काफी प्रॉब्लम रही थी, क्योंकि श्वास नली सिकुड़ चुकी थी। मैं उस समय सिर्फ चेहरे के दाग-धब्बों के बारे में ही सोचा करती थी। मैं अगले तीन महीनों तक आईने के सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा सकी थी। मैं अंदर तक हिल चुकी थी। भोजन नली और श्वास नली काफी डैमेज होने के कारण मैं जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही थी। मैं हॉस्पिटल में एडमिट थी और उस समय कई ऑपरेशन का सामना किया। हर दिन मुझे अलग-अलग ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया जाता था।"


23 साल की उम्र में हुई थी 57 सर्जरी
रंगोली बोलीं, "प्लास्टिक सर्जरी इतनी आसान नहीं है। यह आपको नया चेहरा नहीं देती। मेरी जांघों से स्किन निकाल कर दूसरी जगह लगाई गई। 57 सर्जरी हुई। शारीरिक दर्द के साथ 23 की उम्र में मानसिक तनाव दर्दनाक था। उस वक्त कंगना स्ट्रगल कर रही थी। वह मुझे यहां ले आई। माता-पिता मेरा दर्द देख नहीं पा रहे थे।"

इस बारे में कंगना ने बताया, "मैं चाहती थी कि वह बाहर आकर, अपने दर्द को बयां करें। जब वह इन सब से जूझ रही थी, मेरे पास उसे उम्मीद देने के लिए कोई हीरो नहीं था। हीरो वह होता है जो प्रोब्लम, रिजेक्शन और बेरहमी से बचता है। मेरी बहन क्रेडिट की हकदार है जो उसे मिलना चाहिए। एडिट अटैक झेलने वाले पीडितों के लिए कोई रिजर्वेशन नहीं है। शारीरिक रूप से सक्षम लोगों के लिए आरक्षण हैं, लेकिन जिन्हें बिना गलती सजा मिलती है उनके लिए नहीं। जिस लड़के ने मेरी बहन की ये हालत की, वह ट्रायल से दो साल पहले तक आजाद था। हमारे समाज को अपराधियों के सामने एक मिसाल खड़ी करती चाहिए, ताकी कोई भी ऐसा कदम उठा सके। उसकी लाइफ बर्बाद नहीं हुई, लेकिन वह एक बदमाश हैं, यह सबके सामने आना चाहिए।"

देखते ही बेहोश हो जाते थे पैरेंट्स
रंगोली के एक्सिडेंट और उसके बाद के सफर के बारे में बताते हुए कंगना ने कहा, "जब भी मेरे मां-बाप उसकी ओर देखते थे, वे बेहोश हो जाते थे। शारीरिक रूप से घबरा जाते थे। मैं इतने सारे लोगों को एक-साथ नहीं संभाल सकती। इसलिए मैं उन्हें वापस भेज देती थी। उसका मंगेतर एयरफोर्स में था, वह भी भाग गया। वह हमलावर रंगोली के पीछे पागल था। जब हम स्कूल में थे, उस वक्त 'ताल' रिलीज हुई थी। पूरा शहर रंगोली को ऐश्वर्या राय बुलाता था। उसके फिचर शार्प थे और बड़ी-बड़ी आखें थी। मुझे जलन होती थी कि कोई मेरी तुलना किसी एक्ट्रेस से नहीं करता था। रंगोली बेहद सुंदर थी। एक आदमी उसके पीछे कई सालों से पागल था। लेकिन वह मेरे पैरेंट्स द्वारा चुने गए लड़के से इमोशनली अटैच थी। वे दो सालों तक सीरियस रिलेशनशिप में थे, लेकिन अटैक के बाद उनसे किनारा कर लिया। जब मैंने रंगोली को बताया कि वह तुमसे शादी नहीं करेगा। तो उसके रिस्पॉन्स से मैं हैरान रह गई। उसने कहा- कोई बात नहीं।



चाइल्ड हुड फ्रेंड बना पार्टनर
आगे चलकर रंगोली को अपने चाइल्ड हुड फ्रेंड अजय से प्यार हो गया। उन्होंने चार सालों तक डेटिंग की, अजय की मां इस रिश्ते के खिलाफ थी। जब मैं घर गई, तो मुझे लगा वह टूट गई होगी। लेकिन वह काउच पर लेटी हुई, टीवी देख चिप्स खा रही थी। जब वह अपनी लाइफ के लिए लड़ रही थी, तब शादी का ख्याल उसके मन में नहीं आया, यहां तब उसका मंगेतर भी भाग गया था। लेकिन जब अजय और रंगोली शादी की प्लानिंग कर रहे थे, तब वह उस दुख से दूर निकल चुकी थी। मैंने उससे पूछा कि अगर यह शादी नहीं हो पाई तो उसने तुरंत जवाब दिया, नहीं होनी होगी तो नहीं होगी। हमें डिनर पर कहीं जाना चाहिए। वह बेहद टफ और इंस्पिरेशनल थी। उसी रात हम डिनर पर गए और राजमा-चावल खाते वक्त हमने ढेर सारी बातें की और रेस्त्रां के नाम का मजाक उड़ाया।"

Source : Bollwood bhaskar

0 comments:

Note: only a member of this blog may post a comment.